न्यू मार्केट का कार्टून देखा ,वैश्विक गिरोह वाली रचना पढी |जहां कुछ शब्द अच्छे लगे वही कुछ शब्द समझ से परे रहे मसलन "ठकमुर्री "पेशल रात ""सारल्यता आदि
एक टिप्पणी भेजें
1 टिप्पणी:
न्यू मार्केट का कार्टून देखा ,वैश्विक गिरोह वाली रचना पढी |जहां कुछ शब्द अच्छे लगे वही कुछ शब्द समझ से परे रहे मसलन "ठकमुर्री "पेशल रात ""सारल्यता आदि
एक टिप्पणी भेजें